लेखनी प्रतियोगिता -26-Jan-2023 गणतंत्र दिवस की बात बताते
शीर्षक-गणतंत्र दिवस की बात बताते
गणतंत्र दिवस की बात बताते,
जिसे नहीं पता उन्हें सुनाते,
हर बच्चे बच्चे को पाठ पढ़ाते।
1929 की थी ये बात,
गांधी जी थे हमारे साथ,
पूर्ण स्वराज्य की करी मांग।
रहे अपने वादों पर अटल,
कितने आए तूफान नहीं हिली डगर,
खड़े रहे अपने विचारों पर तन कर।
हर मुसीबतों का किया सामना डटकर,
हौसलों को बुलंद रखकर,
कदम बढ़ाते रहे निरंतर।
फिरंगी यों ने किया सौदा,
भारत तुम्हारा ही होगा,
झंडा अंग्रेजों का लहराएंगे।
नहीं था देशवासियों को मंजूर,
हमको चाहिए आजादी संपूर्ण,
अपने प्रण पर हुए निपुण।
आया एक दिन ऐसा,
देश के वीरों ने लिया लोहा,
फिरंगीओ को नाकों चने चबाना।
पूर्ण स्वराज्य का रखा विचार,
26 जनवरी 1929 को रखी मांग,
18 सालों तक किया इंतजार।
15 अगस्त 1947 को मिली आजादी,
पूरे भारत में मनाई गई राष्ट्रीय दिवाली,
हिंदुस्तान के हर कोने में खुशियां छाई।
भीमराव ने संविधान का किया गठन,
2 साल 11 माह 18 दिवस में हुआ पूर्ण,
9 दिसंबर 1946 को हुआ संपूर्ण।
पूर्ण स्वराज्य रहे यादगार,
26 जनवरी को मनाने का किया फरमान,
एक कदम बना स्वतंत्रता का आधार।
गणतंत्र दिवस के रूप में जाता मनाया,
पूर्ण स्वराज्य को याद किया जाता,
स्वतंत्रता का जश्न मनाया जाता।
बना रहा 74 वा गणतंत्र दिवस,
पूरे भारत में छाया जश्न,
वीरों को कर रहे स्मरण।
देखो हमारा प्यारा हिंदुस्तान,
26 जनवरी मना रहा बेमिसाल,
लहरा रहा तिरंगा देखो उसकी शान।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा"प्रिया"
Renu
27-Jan-2023 03:40 PM
👍👍🌺
Reply
Shashank मणि Yadava 'सनम'
27-Jan-2023 02:10 PM
बहुत ही सुंदर सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ
Reply
Abhinav ji
27-Jan-2023 08:47 AM
Very nice 👌
Reply